Tuesday, June 8, 2010

ज़िंदगी


कोई खूबसूरत सा राग है ज़िंदगी,
आँखों में रखा कोई ख़्वाब है ज़िंदगी,
टुकड़ों में जी लो तो बेहिसाब है ज़िंदगी,
एक पल में जी लो तो शबाब है ज़िंदगी|

उम्मीदों की अनकही ज़ुबान है ज़िंदगी,
फूलों की मासूम मुस्कान है ज़िंदगी,
सदियों की लंबी दास्तान है ज़िंदगी,
ख़ुद अपनी मंज़िलों से अनजान है ज़िंदगी|

चाहतों का सुनहरा साज़ है ज़िंदगी,
खामोशियों की धीमी आवाज़ है ज़िंदगी,
मुस्कुराहट का अलग अंदाज़ है ज़िंदगी,
कोई समझ ना पाए जिसे, वो दिलचस्प राज़ है ज़िंदगी......

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