Sunday, May 2, 2010

हँसकर जीना जीवन को........


हँसकर जीना जीवन को,
मैंने तुमसे सीखा है,
खोकर पाना खुशियों को,
मैंने तुमसे सीखा है.....
तुम जो छू दो मन को मेरे,
चाँद सितारे झुक जाएं,
आकर बस जाओ दिल में तो,
ये धरती भी शायद रुक जाए,
दिल हारकर भी जीतना,
मैंने तुमसे सीखा है,
हँसकर जीना जीवन को मैंने तुमसे सीखा है.....
साथ रहो पल-दो-पल तो,
फूलों की तरह मैं खिल जाऊं,
थाम लो दामन मेरा तो,
दो रंगों की तरह मैं मिल जाऊं,
सपनों को जीना हक़ीक़त में,
मैंने तुमसे सीखा है..........
हँसकर जीना जीवन को मैंने तुमसे सीखा है.................

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